Loan In Hindi

अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है | Unsecured Loan In Hindi

इस पोस्ट में अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है, Unsecured Loan Kya Hota Hai? Unsecured Loan In Hindi Interest Rate Eligibility Criteria, Unsecured Loan Kaise Le? पूरी जानकारी पढ़ें।

Unsecured Loan Kya Hota Hai

यदि आप लोन लेने जा रहे हैं, तो लोन के प्रकार के बारे में जानना जरूरी है। आमतौर पर बैंक/वित्तीय संस्थान 2 प्रकार के लोन देते हैं : सिक्योर्ड लोन या सुरक्षित ऋण (Secured Loan); और अनसिक्योर्ड लोन या असुरक्षित ऋण (Unsecured Loan) । इस पोस्ट में हम आपको अनसिक्योर्ड लोन के बारे में पूरी जानकारी (Unsecured Loan Ki Jankari) दे रहे हैं।

Unsecured Loan In Hindi 

Table of Contents

असुरक्षित ऋण या अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है? | Unsecured Loan Kya Hota Hai?

“अनसिक्योर्ड लोन” (Unsecured Loan) या असुरक्षित ऋण वह ऋण है, जिसमें उधारकर्ता व्यक्ति या व्यापारी को किसी प्रकार की सुरक्षा या गारंटी जमा करने की आवश्यकता नहीं होती। इसका अर्थ यह है कि अनसिक्योर्ड लोन लेने वाले को बैंक या वित्तीय संस्थान के समक्ष कोई सिक्योरिटी राशि या संपत्ति, जैसे कि घर, वाहन, या अन्य कोई वस्तु जमा करने की आवश्यकता नहीं होती। यह तरह उधार कर्ता की साख और ऋण वापसी की क्षमता के आधार पर दिया जाता है। साख का निर्धारण लोन लेने वाले व्यक्ति की जॉब, आय, क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री आदि के आधार पर किया जाता है। अच्छी साख होने पर असुरक्षित ऋण या अनसिक्योर्ड लोन जारी कर दिया जाता हैं।

Unsecured Loan में पर्सनल लोन, स्टूडेंट लोन, क्रेडिट कार्ड लोन, इंस्टेंट लोन, बिजनेस लोन आदि शामिल हैं। अनसिक्योर्ड लोन की ब्याज दर अन्य लोन के मुकाबले अधिक होती है और पुनर्भुगतान अवधि कम होती है। 

अनसिक्योर्ड लोन कितने प्रकार का होता है? | Types Of Unsecured Loan In Hindi 

अनसिक्योर्ड लोन को दो मुख्य कैटेगरी में बांटा जा सकता है :

(I) पुनर्भुगतान अवधि के आधार पर अनसिक्योर्ड लोन (Types of Unsecured Loans Based on Tenure and Repayment)

1. टर्म लोन (Term Loan) : टर्म लोन एक तरह लोन/ऋण होता है, जो एक निश्चित अवधि के लिए प्रदान किया जाता है, जैसे 1 साल, 5 साल, 10 साल या उससे भी लंबी अवधि। टर्म लोन में एक बार में ही पूरी राशि जारी कर दी जाती हैं। लोन जारी करने के पूर्व ही उसकी वापसी की अवधि, ब्याज और किश्त निश्चित कर दी जाती है। ब्याज फिक्स्ड और फ्लोटिंग रेट दोनों में उपलब्ध होता है। 

2. कंसोलिडेशन लोन (Consolidation loan) : कंसोलिडेशन ऋण या समेकन ऋण एक प्रकार का अनसिक्योर्ड लोन होता है, जो आपके द्वारा लिए गए सभी ऋणों को चुकाने के लिए लिया जाता है। इसमें आपके पूर्व में लिए गए सभी ऋण एक साथ कर दिए जाते है और उनका भुगतान अब आप एक साथ एक ईएमआई द्वारा कर सकते हैं।

3. रिवॉल्विंग लोन (Revolving loan) : रिवॉल्विंग लोन या परिक्रामी ऋण यह एक प्रकार का लोन होता है, जिसमें बैंक द्वारा कस्टमर के लिए लोन की एक क्रेडिट लिमिट तय कर दी जाती है। इस क्रेडिट लिमिट के भीतर कितनी बार भी लोन की रकम निकाली जा सकती है।

(II) उपयोग के आधार पर अनसिक्योर्ड लोन (Types of Unsecured Loans Based on Utilization)

1. वेडिंग लोन (Wedding Loan) : विवाह के आयोजन खर्चों के लिए जैसे होटल या मैरिज गार्डन की व्यवस्था, कैटरिंग, शॉपिंग आदि के लिए वेडिंग लोन लिया जाता है, जो अनसिक्योर्ड लोन होता है।

2. मेडिकल लोन (Medical Loan) : मेडिकल लोन भी अनसिक्योर्ड लोन का प्रकार है, जो चिकित्सा संबंधी खर्चों को पूरा करने के लिए किया जाता है, जैसे ऑपरेशन का खर्च, दवाइयों का खर्च, हॉस्पिटल में एडमिट रहने का खर्च आदि।

3. बिजनेस लोन (Business Loan)  : व्यवसायिक जरूरतों की पूर्ति के लिया जाने वाला बिजनेस लोन अनसिक्योर्ड लोन है, जो व्यक्तिगत तौर पर लिया जाता है और जिसका भुगतान व्यक्तिगत तौर पर करना पड़ता है। यह आमतौर पर छोटे या मध्यम व्यवसायियों द्वारा अपने व्यवसाय की शुरुवात या विस्तार के लिए पूंजी की व्यवस्था करने लिया जाता है।

4. टूर लोन (Tour Loan) : यात्रा पर जाने के खर्चों के लिए लिया जाने वाला टूर लोन भी अनसिक्योर्ड लोन का प्रकार है, जिसमें आपकी फ्लाइट/ट्रेन आदि की टिकट, होटल स्टे का खर्च और वहां घूमने में होने वाला खर्च समाहित होता है। 

5. होम रेनोवेशन लोन (Home Renovation Loan) : घर की मरम्मत के लिए लिया जाने वाला होम रेनोवेशन लोन एक अनसिक्योर्ड लोन है, जो घर की मरम्मत और सुधार के लिए लिया जाता है, जिसमें घर के किसी भाग में सुधार, फ्लोरिंग, इंटीरियर, फर्नीचर आदि की खरीदी शामिल है।

6. टॉप अप लोन (Top Up Loan) : टॉप अप लोन वह लोन होता है, जो आपके द्वारा पूर्व में लिए गए लोन के अतिरिक्त आपको प्रदान किया जाता है। टॉप अप लोन का ऑफर केवल उन कस्टमर्स को दिया जाता है, जो लोन का पुनर्भुगतान समय कर करते आए हैं और जिनका क्रेडिट स्कोर उच्च (High Credit Score) है। 

अनसिक्योर्ड लोन और सिक्योर्ड लोन में क्या अंतर है? | Difference Between Unsecured And Secured Loan In Hindi 

अनसिक्योर्ड और सिक्योर्ड लोन में अंतर का विवरण नीचे दिया जा रहा है:

अंतर (Difference) सिक्योर्ड लोन (Secured Loan)  अनसिक्योर्ड लोन (Unsecured Loan)
सुरक्षा (Security): सिक्योर्ड लोन (Secured Loan) एक सुरक्षित ऋण होता है, जिसके लिए आपको सुरक्षा या गारंटी देनी होती है, जैसे जमीन, सोना, गाड़ी आदि। यदि आप लोन का भुगतान नहीं कर पाते, तो उनके द्वारा सुरक्षा रखी वस्तु को बेचकर लोन की रकम की वसूल की जाती है। अनसिक्योर्ड लोन (Unsecured Loan) एक असुरक्षित ऋण होता है, इसके लिए आपको बैंक/वित्तीय संस्थान में किसी भी प्रकार की सुरक्षा राशि या वस्तु जमा कराने की आवश्यकता नहीं होती। ये लोन आपकी साख के आधार पर दिया जाता है, जिसके लिए आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय स्थिति महत्वपूर्ण होती है।
ऋण की रकम (Loan Amount) सिक्योर्ड लोन में आमतौर पर बड़ी रकम लोन के रूप में मिल जाती है, क्योंकि यह सुरक्षा या गारंटी के एवज में दिया जाता है और इसमें जोखिम कम होता है। अनसिक्योर्ड लोन में लोन की रकम कम होती है, क्योंकि इसमें बैंक/वित्तीय संस्थान के पास कोई सुरक्षा राशि या गारंटी नहीं होती। जिसके कारण इसमें जोखिम अधिक होता है।
ब्याज दर (Interest Rate) सिक्योर्ड लोन आमतौर पर अनसिक्योर्ड ऋणों के मुकाबले कम ब्याज दर पर मिल जाता है, क्योंकि इसमें बैंक के पास सुरक्षा राशि या संपत्ति बंधक होने से जोखिम कम होता है। अनसिक्योर्ड लोन में ब्याज दर आमतौर पर सिक्योर्ड लोन के मुकाबले अधिक होती है, क्योंकि इसमें कोई सुरक्षा राशि या संपत्ति/वस्तु बंधक न होहेवसे जोखिम अधिक रहता ऋण देने वाले के लिए जोखिम अधिक होता है।

अनसिक्योर्ड लोन न चुकाने पर क्या होता है? | What Happens If Unsecured Loan Is Not Paid!

अनसिक्योर्ड लोन का भुगतान न करने की स्थिति में आपको कई नुकसान उठाने पड़ सकते है, जिसका विवरण नीचे दिया जा रहा है :

1. बढ़ती बकाया ऋण राशि : अनसिक्योर्ड लोन का भुगतान न करने पर ब्याज, पेनाल्टी और अन्य शुल्क के कारण आप पर बकाया राशि का बोझ बढ़ सकता है। इसलिए हमेशा समय पर अपने लोन की ईएमआई भरनी चाहिए।

2. क्रेडिट स्कोर कमी : अनसिक्योर्ड लोन न चुकाने पर आपका क्रेडिट स्कोर नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है। कम क्रेडिट स्कोर आपको भविष्य में अन्य वित्तीय लेन-देन में कठिनाइयों उत्पन्न कर सकता है। 

3. कानूनी कार्यवाही : यदि आप बार बार लोन डिफॉल्ट करते हैं, तो आप पर लोन वसूल करने के लिए बैंक/वित्तीय संस्थान द्वारा कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। जिससे आपकी सामाजिक और वित्तीय स्थिति नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकती है।

4. जब्ती/नीलामी की कार्यवाही : अनसिक्योर्ड लोन न चुकाने की स्थिति में बैंक/वित्तीय संस्थान बकाया राशि की वसूली के लिए आपकी चल या अचल संपत्ति कुर्क कर उसकी नीलामी कर अपनी बकाया रकम वसूल सकते हैं।

अनसिक्योर्स लोन के लिए कौन से दस्तावेज लगते हैं? | Documents For Unsecured Loan In Hindi 

अनसिक्योर्ड लोन के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

1. लोन आवेदन: बैंक का निर्धारित फॉर्म सही तरीके से भरा हुआ।

2. फोटोग्राफ: नवीनतम रंगीन फोटोग्राफ।

3. पहचान का प्रमाण: निम्न में से कोई भी एक पहचान प्रमाण

  • मतदाता पहचान पत्र 
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड

4. पते का प्रमाण: पते को साबित करने के लिए निम्न में से कोई भी एक दस्तावेज:

  • आधार कार्ड 
  • पासपोर्ट
  • राशन कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • किरायानामा
  • यूटिलिटी बिल (जैसे बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन, जो 60 दिन से पुराने नहीं हों)।

5. आय का प्रमाण: आपकी आय को साबित करने के लिए निम्न दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे :

  • 6 महीने की सैलरी स्लिप
  • पिछले 3 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
  • पिछले 2 वर्षों के आयकर रिटर्न 

अनसिक्योर्ड लोन की पात्रता शर्तें क्या होती है? | Unsecured Loan Eligibility Criteria In Hindi 

अनसिक्योर्ड लोन के लिए पात्रता शर्तें लोन प्रदाता बैंक/वित्तीय संस्थान के नियमों पर आधारित होती है। इसलिए भिन्न बैंक/वित्तीय संस्थान में भिन्न पात्रता शर्तें देखने को मिलती है। आमतौर पर इन पात्रता शर्तों को पूरा करना होता है :

1. आवेदक को भारतीय नागरिक होना चाहिए।

2. आवेदक को नौकरीपेशा, स्व नियोजित या प्रोफेशनल होना चाहिए।

3. आवेदन का क्रेडिट स्कोर उच्च होना चाहिए (750 या उससे अधिक)।

4. आवेदन की नियमित मासिक आय ₹15,000 से अधिक होनी चाहिए।

5. यदि आवेदक स्व नियोजित हो, तो कम से कम 1 वर्ष से उसका बिजनेस निरंतर चलायमान होना चाहिए।

6. आवेदक के पास बैंक खाता होना चाहिए।

7. आवेदक के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे दस्तावेज होने चाहिए।

अनसिक्योर्ड लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस और शुल्क क्या हैं? | Unsecured Loan Processing Fees & Other Charges In Hindi 

अनसिक्योर्ड लोन के लिए आवेदन करते समय ब्याज के अलावा कुछ शुल्क भी देने होते हैं, जैसे प्रोसेसिंग फीस, प्री पेमेंट शुल्क, फोर क्लोजर चार्ज, बाउंस चार्ज आदि। ये सभी शुल्क लोन जारीकर्ता बैंक और वित्तीय संस्थान के नियमों पर आधारित होंगे। अनसिक्योर्ड लोन की फीस की जानकारी नीचे दी जा रही है :

1. प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees) : प्रोसेसिंग फीस आवेदन प्रोसेस करने के पूर्व लिया जाता है और जारी लोन में से एडवांस में काट लिया जाता है। प्रोसेसिंग फीस आमतौर पर लोन राशि की 0.5% से 4% तक हो सकती है। इसके साथ ही प्रोसेसिंग फीस में जीएसटी भी पृथक से जुड़ती है।

2. प्री पेमेंट चार्ज (Pre Payment Charge) : यदि आपके पास धनराशि उपलब्ध हैं और आप लिए गए लोन का पूरा या कुछ भाग प्री पेमेंट करना चाहे, तो उसके लिए बैंक/वित्तीय संस्थान द्वारा शुल्क लिया जायेगा। आमतौर पर प्री पेमेंट चार्ज लोन की बकाया राशि का 2% से 5% तक लिया जाता है। यह भी बैंक/वित्तीय संस्थान के नियमों और शर्तों पर निर्भर है।

3. फोर क्लोजर चार्ज (Fore Closuer Charge) : लोन का पूरा भुगतान कर लें खाता बंद करवाने के लिए आपको फोर क्लोजर चार्ज का भुगतान करना होगा, जो बैंक/वित्तीय संस्थान के नियमों अनुसार 2% से 5% तक हो सकता है।

4. दंड ब्याज (Penal Interest) : विलंब से जमा ब्याज पर दंड ब्याज देना होगा, जो आमतौर पर बकाया राशि का 1% से 7% तक वसूल किया जायेगा।

5. बाउंस चार्ज (Bounce Charge) : चेक बाउंस होने पर बाउंस चार्ज के तौर पर ₹250 से ₹500 प्रति बाउंस देना होगा।

6. स्टैंप शुल्क (Stamp Charge) : शासन द्वारा निर्धारित दर पर स्टैंप शुल्क का भुगतान करना होगा।

7. जीएसटी (GST) : शासन द्वारा निर्धारित दर पर जीएसटी देय होगा।

अनसिक्योर्ड लोन के लिए कैसे आवेदन करें? | How To Apply For Unsecured Loan 

अनसिक्योर्ड लोन के लिए application process लोन जारीकर्ता बैंक या वित्तीय संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकती है। बैंक/वित्तीय संस्थान ऑनलाइन या ऑफलाइन लोन एप्लीकेशन के मोबाइल ऐप द्वारा भी लोन के लिए अप्लाई करने की सुविधा देते हैं। लोन लेने के सामान्य चरण इस प्रकार हैं :

Unsecured Loan Apply Offline 

1. सबसे पहले उस बैंक/वित्तीय संस्थान के ऑफिस में जाएं, जहां से आपको लोन लेना गई। वहां लोन सेक्शन के प्रतिनिधि से मिलें और आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।

2. आवेदन पत्र में सभी जानकारियां (नाम, पता, ईमेल, मोबाइल नंबर, आय, शहर, पिनकोड सावधानी से भरें, हस्ताक्षर करें।

3. अपने पैन कार्ड की जानकारी दें या उसकी प्रति प्रदान करें। यदि जॉब या आय संबंधी दस्तावेजों की मांग की जाती है, तो वे आवेदन के साथ संलग्न कर प्रस्तुत करें और आवेदन जमा कर दें।

3. आवेदन का सत्यापन किया जायेगा। यदि आप पात्र पाए जाते हैं, तो आपका आवेदन प्रोसेस किया जायेगा।

4. आवेदन की मंजूरी मिलने के बाद, लोन को मंजूर किया जाएगा और लोन राशि बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

Unsecured Loan Apply Online

1. जिस बैंक/वित्तीय संस्थान से लोन लेना है, उसकी वेबसाइट या एप पर जाएं। 

2. अपने मोबाइल नंबर के द्वारा रजिस्टर करें।

3. लॉगिन कर लोन के लिए अप्लाई करे और लोन पेज पर अपनी जानकारी भरें।

4. अपना पैन कार्ड की सॉफ्ट कॉपी अपलोड करें। यदि अपना दस्तावेज मांगे जाते हैं, तो उन्हें अपलोड करें और आवेदन सबमिट कर दें।

5. आवेदन का सत्यापन किया जायेगा। यदि आप पात्र पाए जाते हैं, तो आपका आवेदन प्रोसेस किया जायेगा।

6. आवेदन की मंजूरी मिलने के बाद, लोन को मंजूर किया जाएगा और लोन राशि बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

अनसिक्योर्ड लोन की विशेषताएं और फायदे क्या हैं?

अनसिक्योर्ड लोन कई मायनों में फायदेमंद होता है। इसके फायदों और विशेषताओं की जानकारी नीचे दी जा रही है :

1. बिना सिक्योरिटी और कॉलेटरल के लोन : अनसिक्योर्ड लोन को प्राप्त करने के लिए किसी संपत्ति की गारंटी या सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती है, न ही कोई अन्य वस्तु सिक्योरिटी के रूप में बैंक के पास गिरवी रखनी पड़ती है। इसका प्रकार आपके पास यही कोई संपत्ति न हो तब भी आप लोन प्राप्त कर सकते हैं।

2. सरल आवेदन प्रक्रिया : अनसिक्योर्ड लोन की आवेदन प्रक्रिया अपेक्षाकृत अधिक सरल होती है। बैंक शाखा में जाकर मैनुअल आवेदन के अलावा ऑनलाइन अप्लाई करने की सुविधा भी बैंक देते हैं, जिससे घर बैठे ही आसानी से लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है।

3. न्यूनतम दस्तावेज : अनसिक्योर्ड लोन कम से कम दस्तावेज में जारी हो जाता है। कई बार पैन आधार और आय की जानकारी ही पर्याप्त होती है। इस प्रकार आपको विभिन्न प्रकार के दस्तावेज जुगाड़ने की ज़रूरत नहीं रह जाती।

4. शीघ्र प्रोसेसिंग : अनसिक्योर्ड लोन आमतौर पर जल्दी प्रोसेस हो जाता है और जल्दी बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाता है। जिससे आपको लोन पाने के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ता। 

5. विभिन्न जरूरतों के लिए लोन : अनसिक्योर्ड लोन कई प्रकार की ज़रूरतों के लिए उपलब्ध होता है, जैसे शिक्षा, चिकित्सा, यात्रा, विवाह, शॉपिंग, होम रिवोवेशन, बिजनेस प्लान या अन्य कार्य।

अनसिक्योर्ड लोन के क्या नुकसान हैं?

अनसिक्योर्ड लोन हमेशा फायदेमंद नहीं होता। इसके कई नुकसान भी हैं, जिनकी जानकारी इस प्रकार है :

1. उच्च ब्याज दर: आमतौर पर अनसिक्योर्ड लोन की ब्याज दर सिक्योर्ड लोन के मुकाबले ज्यादा होती हैं, क्योंकि ऋण प्रदाता (बैंक/वित्तीय संस्थान) के पास सिक्योरिटी के रूप में उधारकर्ता की संपत्ति या वस्तु नहीं होती, न ही गारंटर होता है।

2. क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव: सिक्योर्ड लोन की किश्त समय पर न भरने पर क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव पड़ता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब करती है और भविष्य में लोन लेने में आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

3. कम लोन राशि : अनसिक्योर्ड लोन में सुरक्षा या गारंटी न होने के कारण अन्य लोन के मुकाबले कम लोन राशि ऑफर की जाती है। इस प्रकार आपको कम लोन मिलता है, जो हो सकता है आपकी ज़रूरत के लिए पर्याप्त न हो।

4. छोटी पुनर्भुगतान अवधि : अनसिक्योर्ड लोन में लंबे समय के लिए लोन नहीं दिया जाता। बिना सिक्योरिटी का लोन होने के कारण बैंक/वित्तीय संस्थान छोटी अवधि के लिए लोन देते हैं, ताकि चुकौती जल्दी हो जाए 

5. बड़ी ईएमआई राशि : अनसिक्योर्ड लोन में छोटी भुगतान अवधि होती है। ऐसे में ईएमआई की राशि बढ़ जाती है, जो आपकी जेब पर बोझ डाल सकता है और अक्सर आपका मासिक बजट गड़बड़ा देता है।

आशा है आपको  Unsecured Loan In Hindi जानकारी उपयोगी लगी होगी।  ऐसी ही Loan, Banking Finance की जानकारी के लिए हमें subscribe करना न भूलें।

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