पर्सनल लोन और कार लोन में क्या अंतर है?, Personal Loan Aur Car Loan Mein Kya Antar Hai? Personal Loan Vs Car Loan In Hindi
पर्सनल लोन का उपयोग विभिन्न प्रकार की ज़रूरतों के लिए किया जाता है, जिसमें शॉपिंग भी शामिल है। लोग इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट्स, किचन अप्लायंस से लेकर टू व्हीलर या फोर व्हीलर की खरीददारी के लिए भी पर्सनल लोन लेने लगे हैं। कार खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेते समय यह प्रश्न अक्सर उठता है कि पर्सनल लोन और कार लोन में क्या अंतर है? कार खरीदने के लिए कौन सा लोन ले, पर्सनल लोन या कार लोन?
पर्सनल लोन और कार लोन में क्या फ़र्क (Personal Loan Aur Car Loan Mein Kya Fark Hai) है? इस पोस्ट में हम विस्तार से जानकारी दे रहे हैं :
Personal Loan Aur Car Loan Mein Kya Antar Hai
Table of Contents
पर्सनल लोन क्या है? | What Is Personal Loan In Hindi?
व्यक्तिगत ऋण या पर्सनल लोन (Personal Loan) एक असुरक्षित ऋण (unsecured loan) है, जो बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा किसी व्यक्ति को उसको विभिन्न प्रकार की आवश्यकताओं के लिए पूंजी उपलब्ध करवाता है। पर्सनल लोन विवाह खर्च, चिकित्सा खर्च, यात्रा खर्च, शॉपिंग, गाड़ी की खरीददारी, गृह सुधार या ग्रीन नवीनीकरण जैसी विभिन्न जरूरतों के लिए लिया जा सकता है और इस्तेमाल किया जा सकता है। लोन की राशि आवेदक की आय, क्रेडिट स्कोर और हिस्ट्री, पुनर्भुगतान अवधि जैसे कारकों पर निर्भर करती है।
पर्सनल लोन में किसी प्रकार की सुरक्षा या गारंटी नहीं ली जाती। इसमें जोखिम अधिक रहता है, इसलिए ब्याज दर भी अधिक होती है और ये बहुत अधिक लंबी अवधि के बजाय छोटी अवधि के लिए जारी किया जाता है।
पर्सनल लोन के लाभ
1. पर्सनल लोन विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों और कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके उपयोग पर किसी प्रकार की बंदिश नहीं होती।
2. इसकी पुनर्भुगतान अवधि लचीली होती है। इसमें लंबी और छोटी भुगतान अवधि प्राप्त हो जाती है।
पर्सनल लोन के नुकसान
1. पर्सनल लोन की ब्याज दर कार लोन और अन्य लोन के मुकाबले अधिक होती है।
2. कम क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स को पर्सनल लोन प्राप्त होना मुश्किल है। बैंक/वित्तीय संस्थान उच्च क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स को प्राथमिकता देते हैं।
कार लोन क्या है? | What Is Car Loan In Hindi?
कार ऋण या कार लोन (Car Loan) वह लोन है, जो विशेष तौर पर कार की खरीददारी के लिया बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किया जाता है। कार लोन में नई और पुरानी दोनों प्रकार की कार खरीदने के लिए ऋण जारी किया जाता है। लोन कार की कुल लागत का 80% तक मिल जाता है, शेष 20% कस्टमर को वहन करना होगा। हालांकि, यह राशि बैंक और वित्तीय संस्थानों अनुसार भिन्न हो सकती है।
कार लोन में सुरक्षा के रूप में कार होती है, जिसे लोन डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक/वित्तीय संस्थान के द्वारा वसूली हेतु नीलाम किया जा सकता है। सिक्योर्ड लोन होने के कार लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन या अन्य अन सिक्योर्ड लोन की तुलना में कम होती है।लो
कार लोन के लाभ
1. कार लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन के मुकाबले कम होती है।
2. क्रेडिट स्कोर साधारण या कम होने पर भी प्राप्त हो जाता है।
कार लोन के नुकसान
1. कार लोन का इस्तेमाल केवल कार खरीदने के लिए किया जा सकता है।
2. पूर्ण भुगतान न किए जाने तक कार का स्वामित्व प्राप्त नहीं होता।
3. लोन न चुकाने की स्थिति में कार को बेचकर बकाया लोन की वसूली की जाती है।
पर्सनल लोन और कार लोन में क्या अंतर है? | Personal Loan Vs Car Loan In Hindi
पर्सनल लोन और कार लोन में मुख्यत: निम्न अंतर है:
पर्सनल लोन | कार लोन |
पर्सनल लोन विभिन्न प्रकार की जरूरतों में इस्तेमाल के लिए लिया जाता है, जैसे शादी, मेडिकल बिल, शॉपिंग, टूर, होम रेनोवेशन आदि। | कार लोन सिर्फ कार खरीदने के लिए जारी किया जाता है। |
पर्सनल लोन की राशि व्यक्ति की साख (जॉब प्रोफाइल, आय, क्रेडिट हिस्ट्री आदि) के आधार पर निर्धारित की जाती है। | कार लोन की राशि कार के मूल्य के आधार पर निर्धारित की जाती है। |
पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, जिसमें किसी प्रकार की सिक्योरिटी राशि या वस्तु या संपत्ति बंधक/गिरवी नहीं रखी जाती। | कार लोन एक सिक्योर्ड लोन है, जिसमें ली जाने वाली कार की सिक्योरिटी रहती है। कार का स्वामित्व तक उधार कर्ता को पूर्णतः ट्रांसफर नहीं किया जाता, जब तक वह लोन पूरा न चुका दे। |
पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन होने से उसमें जोखिम अधिक रहता है। | कार लोन सिक्योर्ड लोन होने से उसमें जोखिम कम रहता है। |
पर्सनल लोन लेने के लिए उच्च क्रेडिट स्कोर और अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री की ज़रूरत होती है। | कार लोन कम क्रेडिट स्कोर पर भी मिल जाता है। |
पर्सनल लोन की ब्याज दर अधिक होती है। | कार लोन की ब्याज दर अपेक्षाकृत कम होती है। |
पर्सनल लोन की वसूली प्रक्रिया में कोई कॉलेटरल नहीं होता। इसकी रिकवरी कार लोन के मुकाबले थोड़ी मुश्किल होती है, जो बाद में व्यक्तिगत संपत्ति की कुर्की नीलामी द्वारा वसूल की जाती है। | कार लोन नहीं चुकाने पर कॉलेटरल के रूप में जमा कार को बेच कर बकाया की वसूली की जाती है। |
क्या पर्सनल लोन का उपयोग कार लोन लेने में किया जा सकता है?
पर्सनल लोन के इस्तेमाल में किसी प्रकार का बंधन नहीं होता। इसका विभिन्न प्रयोजन में इस्तेमाल किया जा सकता है, कार खरीदने में भी। यदि पर्सनल लोन में कार खरीदने के लिए पर्याप्त राशि मिल जाती है और कम ब्याज दर पर, तो कार खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेने में नुकसान नहीं है। हालांकि, पर्सनल लोन के मुकाबले काफ़ी कम दर पर कार लोन मिल जाता है।
कार खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना चाहिए या कार लोन/ऑटो लोन?
आमतौर पर, कार की खरीदी के लिए ऑटो लोन लेना बेहतर होता है, क्योंकि इसमें ब्याज दर कम होती हैं। कार लोन में कार का पूर्ण स्वामित्व उधारकर्ता को ट्रांसफर नहीं किया जाता, अतः इसमें कम जोखिम रहता है और कम दर पर लोन मिल जाता है। दीर्घकाल में न्यूनतम ब्याज दरें आपको पैसे बचाने में सहायक हो सकती हैं। यदि आपको कार ऋण की तुलना में कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन मिल जाता है, तब उस स्थिति में कार खरीदी के लिए पर्सनल लोन लेना बेहतर विकल्प हो सकता है।
आशा है आपको Personal Loan Aur Car Loan Mein Difference In Hindi जानकारी उपयोगी लगी होगी। ऐसी ही Loan, Banking Finance की जानकारी के लिए हमें subscribe करना न भूलें।